CVV नंबर आपके ATM/Debit/Credit Card के पीछे चुम्बकीय पट्टी ने ठीक नीचे अंकित एक security code होता है जो आपके ATM/Debit/Credit Card के लिए ऑनलाइन transactions के लिए security की एक extra layer की सुविधा देता है और इसका पूरा नाम होता है (“Card Verification Value” -CVV )
“Card Verification Value” -CVV आपका एटीएम पिन नहीं हो सकता क्योंकि आपका एटीएम पिन वो पिन है जो किसी एटीएम और किसी POS (POint of Sale) पर आपको अपने एटीएम से transactions करते समय इंटर करना होता है जबकि जन्हा आपसे “Card Verification Value” -CVV को enter करने के लिए कहा जाता है वंहा आप केवल अपना 3 डिजिट का “Card Verification Value” -CVV नंबर ही इंटर करें |
VISA®, MasterCard® and Discover® टाइप के credit/debit cards में “Card Verification Value” -CVV 3 डिजिट का होता है जबकि American Express® branded credit or debit card में यह चार अंको का numeric code होता है |
CVV (“Card Verification Value” )नंबर जो है वो CSC numbers (“Card Security Code”) या CVV2 numbers के नाम से भी जाने जाते है और CVV2 numbers, जो असल में CVV numbers ही होते है केवल एक चीज़ उनमे अलग होती है वो 2nd generation process से create किये जाते है जिनके बारे में अंदाज़ा लगा पाना मुश्किल होता है |
असल में ये कुछ security majors है जिनकी मदद से ऑनलाइन transactions को अधिक से अधिक secure बनाने के लिए प्रयास किया गया है ताकि ecommerce को बढ़ावा मिल सके और लोगो के बीच लेन देन को और अधिक सुलभ बनाया जा सके |
जबकि इसी दिशा में भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं में एटीएम और क्रेडिट कार्ड के जरिये किये जाने वाले ऑनलाइन भुगतान में एक नये तरह के security feature 3D password को भी add किया गया है जिसमे आपको आपके एटीएम पिन और अकाउंट डिटेल इंटर करने के बाद एक password define करना होता है जिसके बाद ही आप ऑनलाइन transactions कर पाते है ऐसे में अगर कोई आपका एटीएम भी चुरा ले और उसे एटीएम पिन भी पता हो तो भी आपके एटीएम से आपके द्वारा बनाये गये password के बगेर कोई transaction नहीं की जा सकती |
“Card Verification Value” -CVV आपका एटीएम पिन नहीं हो सकता क्योंकि आपका एटीएम पिन वो पिन है जो किसी एटीएम और किसी POS (POint of Sale) पर आपको अपने एटीएम से transactions करते समय इंटर करना होता है जबकि जन्हा आपसे “Card Verification Value” -CVV को enter करने के लिए कहा जाता है वंहा आप केवल अपना 3 डिजिट का “Card Verification Value” -CVV नंबर ही इंटर करें |
VISA®, MasterCard® and Discover® टाइप के credit/debit cards में “Card Verification Value” -CVV 3 डिजिट का होता है जबकि American Express® branded credit or debit card में यह चार अंको का numeric code होता है |
CVV (“Card Verification Value” )नंबर जो है वो CSC numbers (“Card Security Code”) या CVV2 numbers के नाम से भी जाने जाते है और CVV2 numbers, जो असल में CVV numbers ही होते है केवल एक चीज़ उनमे अलग होती है वो 2nd generation process से create किये जाते है जिनके बारे में अंदाज़ा लगा पाना मुश्किल होता है |
असल में ये कुछ security majors है जिनकी मदद से ऑनलाइन transactions को अधिक से अधिक secure बनाने के लिए प्रयास किया गया है ताकि ecommerce को बढ़ावा मिल सके और लोगो के बीच लेन देन को और अधिक सुलभ बनाया जा सके |
जबकि इसी दिशा में भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं में एटीएम और क्रेडिट कार्ड के जरिये किये जाने वाले ऑनलाइन भुगतान में एक नये तरह के security feature 3D password को भी add किया गया है जिसमे आपको आपके एटीएम पिन और अकाउंट डिटेल इंटर करने के बाद एक password define करना होता है जिसके बाद ही आप ऑनलाइन transactions कर पाते है ऐसे में अगर कोई आपका एटीएम भी चुरा ले और उसे एटीएम पिन भी पता हो तो भी आपके एटीएम से आपके द्वारा बनाये गये password के बगेर कोई transaction नहीं की जा सकती |
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